Thoughts on blessings

जब तक गंगा-यमुना में जल है, तब तक तुम्हारा मस्तक अमर रहे. -जायसी चित की सभी कामनाएँ आशीर्वाद में समा[…]

Thoughts on Misogyny

दुष्टों की संगति आरम्भ में रमणीय, टूटने पर विरस तथा समाप्ति पर वैर-भाव से पूर्ण होती है. -अज्ञात दुष्ट की[…]