विचार या भाव ही मनुष्य को प्रेरित करते हैं, आदर्श ही लोगों को मृत्यु तक का सामना करने को तैयार करते हैं.
-स्वामी विवेकानन्द
परले सिरे का कुचरित्र मनुष्य भी साधुवेश रखने वालों से ऊँचे आदर्श पर चलने की आशा रखता है.
-प्रेमचन्द
Ideal Quotes in Hindi- जहाँ आदर्श ज्वलंत रहे और दिल अडिग रहे वहाँ असफलता नहीं हो सकती.
– जवाहरलाल नेहरू
कार्यक्षेत्र में स्वार्थों की संघर्ष स्थली में महान् आदर्शों की रक्षा करना कठिन काम है.
-हजारीप्रसाद द्विवेदी
Ideal Quotes in Hindi- जीवन का आदर्श सांचे में ढला पुरजा नहीं है, वृक्ष पर खिला पुष्प है. वह बटन दबाते ही खिंच जाने वाला फोटो नहीं, ब्रश और उंगलियों की कारीगरी से धीरे-धीरे बनने वाला चित्र है.
-कन्हैयालाल मिश्र ‘प्रभाकर’
जीवन-बुद्धि और जीवन-समृद्धि, यही हमारा आदर्श हो.
-काका कालेलकर
Idealism Quotes in Hindi- जगत् में सब कुछ क्षण भंगुर है, केवल एक वस्तु नष्ट नहीं होती और वह वस्तु है भाव या आदर्श, हमारे आदर्श ही हमारे समाज की आशा हैं. – सुभाषचन्द्र बोस
जो आदर्श हमें क्रोध एवं मोह से बचने को कहता है, मनसा, वाचा, कर्मणा पवित्र बनने को कहते हैं, वह पाप एवं दुख से पूर्ण जीवन के थपेड़ों से व्याकुल मानव के लिए असंभव आदर्श हैं.
–डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्ण
आदर्श की प्राप्ति समर्पण की पूर्णता पर निर्भर है.
-सुभाषचन्द्र बोस
किसी उच्चादर्श में कुछ आस्था होना अपने जीवन को सार्थक करने और हमें बांधे रखने के लिए आवश्यक है.
-जवाहरलाल नेहरू
Idealist Quotes in Hindi- इनसान भले ही तारों तक पहुंच न पाए, लेकिन उनकी तरफ देखा तो करता ही है. तो सिर्फ इसलिए अपने आदर्शों को नीचे करना ठीक नहीं कि वे बहुत ऊँचे हैं, भले ही आप उनको पूरा-पूरा हासिल न कर सकें.
-जवाहरलाल नेहरू के भाषण का अंश
मनुष्य में मुसीबतों का सामना करने की अपार क्षमता है. यह क्षमता तभी उजागर होती है, जब उसे महान् आदर्शोन्मुखी वातावरण मिले. अंतःकरण आदर्शोन्मुखी वातावरण से ही बनता है.
-बाबा पृथ्वीसिंह आजाद
हम आदर्श को अपनी कमियों की आंखों से देखते हैं.
-नीत्शे
समस्त प्राणियों पर सम प्रेम रखना ही आदर्श नियम, आदर्श जीवन और आदर्श स्थिति है.
-जैम्स एलेन
मैं अब अपने आदर्श से हटकर जीने की अपेक्षा आदर्श के समीप मरना अधिक पसन्द करूँगा.
-लाला हरदयाल
सामान्य बातों में भी हमें अपने सामने महान् आदर्श ही रखने चाहिए. कुछ भी सरल नहीं, कुछ भी सस्ता नहीं.
-भगिनी निवेदिता
बाहुबल और धनबल में तत्काल संतुष्टि के अवसर रहते हैं, परन्तु आदर्श के बल को तो अनन्त धैर्य रखना ही चाहिए.
-रवीन्द्रनाथ ठाकुर