यदि आप दूसरों को प्रसन्न देखना चाहते हैं तो करुणा का भाव रखें. यदि आप स्वयं प्रसन्न रहना चाहते हैं तो भी करुणा का भाव रखें.

– दलाई लामा

हे निपाद ! तुझ कभी शान्ति न मिले, क्योंकि तूने काम से मोहित क्रोध के इस जोडे मेें से एक ही हत्या कर दी.

-वाल्मीकि(रामायण, बालाकाण्ड)

Kindness Quotes in Hindi –  पत्थर भी रोने लगता है और बज्र का हृदय भी टुकड़े-टुकडे हो जाता है.

-भवभूति(उत्तररामचरित)

जब आप दयालुता का कार्य करने में संलग्न हों, तो कभी भी उससे किसी पुरस्कार की अपेक्षा मत कीजिये. इसे उसी प्रकार से कीजिये जैसे आप भगवान की ही सेवा कर रहे हैं और निश्चिंत रहिये एक दिन कोई इसी प्रकार का कार्य आपके लिये तब करेगा जब आपको इसकी सबसे ज्यादा आवश्यकता होगी.

– अज्ञात

 सभी प्रमुख धार्मिक परम्पराएं मूल रूप से एक ही संदेश देती हैं – प्रेम , दया,और क्षमा , महत्वपूर्ण बात यह है कि ये हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा होनी चाहियें.

– दलाई लामा

प्रेम और करुणा आवश्यकताएं  हैं, विलासिता नहीं उनके बिना मानवता जीवित नहीं रह सकती.

– दलाई लामा

करूणा से आर्द्र हृदय वाले व्यक्ति सभी के अकारण बंधु होते है.

-सोमदेव(कथासरित्सागर)

कर्मक्षेत्र में परस्पर सहायता की सच्ची उत्तेजना देने वाली किसी न किसी रूप में करूणा ही दिखाई देगी.

-रामचन्द्र शुक्ल(चिंतामणि)

करूणा अपना बीज अपने आलम्बन या पात्र में नहीं फेंकती है अर्थात् जिस पर करूणा करने वाले पर भी करूणा नहीं करता-जैसा कि क्रोध और प्रेम में होता है-बल्कि कृतज्ञ होता अथवा श्रद्धा या प्रीति करता है.

-रामचन्द्र शुक्ल

शोक अपनी निज की इष्ट-हानि पर होता है और करूणा दूसरों की दुर्गति या पीड़ा पर होती है.

-रामचन्द्र शुक्ल(चिंतामणि)

जिनकी करूणा का प्रसार-क्षेत्र जितना अधिक होता है, श्री भगवान् के साथ उनका तादत्मय भी उतना ही गंभीर रहता है.

– गोपनीय कविराज

मृत्यु का आघात जिस करूणा को उद्वेलित करता है, वह करूणा ही सबसे बड़ी मानवीय निधि है.

-विद्यानिवास मिश्र

यदि मानव प्राणियों पर करूणा नहीं दिखाएगा तो देवतागण मानव पर करूणा नहीं दिखाएंगे.

-तिरूपति वेंकटकबुलु(बुद्धचरित्रम)

परन्तु जब से मुझे मालूम हुआ है कि लोगों में सत्य है, ओर जीवन की गंदगी ओर बुराई के लिए बहु संख्या दोषी नहीं है, तब से मेरा हृदय कोमल बन गया है. मेरे दिल में लोगों के लिए एक दर्द आ गया है.

-मैक्सिम गोर्की

Kindness Quotes in Hindi –  क्योंकि करूणा शीघ्र ही कोमल हृदय में बरसती है.

-चाउसर

मैं तुम्हारी मौन करुणा का सहारा चाहता हूँ, जानता हूँ इस जगत में फूल की है आयु कितनी, और यौवन की उभरती साँस में है वायु कितनी, इसलिए आकाश का विस्तार सारा चाहता हूँ, मैं तुम्हारी मौन करुणा का सहारा चाहता हूँ.

– मौन करुणा / रामकुमार वर्मा