काल सारे विश्व का स्वामी हैं.

-अर्थवेद

यह काल सर्वसंहारी है. उससे तीनों लोक आक्रांत है.

-महोपनिषद्

Kaal Quotes in Hindi-  निश्चय ही बिना काल आए मरना असम्भव है.

-वाल्मीकि

 इस लोक में जो सब लोगों के द्रष्टा गुप्तचरों के समान ये दिन बीत रहे है, वे न तो किसी के लिए कभी रूकते हैं और न कभी पलक मारते हैं.

-ऋग्वेद

आयु को ऋण के समान पाकर काल उसे काटता ही जा रहा है.

-महापनिषद

Kaal Quotes in Hindi-  जो रात बीत गई है, वह फिर नहीं लौटती, जैसे जल से भरे हुए समुद्र की ओर यमुना जाती ही है, उधर से लौटती नहीं.

-वाल्मीकि

काल भी काल का उल्लघंन नहीं कर सकता. काल कभी क्षीण नहीं होता.

-वाल्मीकि

काल का किसी के साथ बंधुत्व, मित्रता अथवा जाति-बिरादरी का सम्बन्ध नहीं है. उसे वश में करने का कोई उपाय नहीं है और उस पर किसी का पराक्रम नही चल सकता. कारणस्वरूप काल जीव के भी वश में नहीं है.

-वाल्मीकि

Kaal Quotes in Hindi-  सब लोग काल से कलंकित हैं.

-योगवासिष्ठ

मन्वन्तर, युग, कल्प और प्रलय-ये निरन्तर चक्र की भांति घूमते रहते है. यह सम्पूर्ण जगत् विष्णुमय है.

-वेदव्यास

निःसन्देह काल की गति का उल्लंघन करना अत्यन्त कठिन है.

-वेदव्यास

Kaal Quotes in Hindi-  काल सभी विविध प्राणियों को खींचता है. कुरूश्रेष्ठ काल के लिए न तो कोई प्रिय है और न कोई द्वेष्य.

-वेदव्यास

बालक समय आए बिना न जन्म लेता है, न मरता है और न असमय में बोलता ही है. बिना समय के जवानी नहीं आती और बिना समय के बोया हुआ बीज भी नहीं उगता है.

-वेदव्यास

धनंजय ! काल ही इन सबका मूल है, वह समस्त संसार का बीज है तथा काल अपनी इच्छानुसार सबको स्वयं में धारण कर लेता है.

-वेदव्यास

जैसे स्त्रोत के वेग से बालू के कण जुड़ते और बिछुड़ते हैं, वैसे ही काल के प्रवाह में शरीरधारी मिलते और बिछुड़ते हैं.

-भागवत

सचमुच यह अत्यन्त आश्चर्य की बात है कि काल की अमिट गति से कभी मुकुट-सेवित सिर पर जूता चढ़ना चाहता.

-भागवत

Kaal Quotes in Hindi-  इस सम्पूर्ण जगत को काल ही पका देता है. तुम्हारे जैसे लोग तो केवल निमित्तमात्र होते है.

-हरिवंषपुराण

कौन प्राणी किसके द्वारा मारा जाता है और कौन किससे रक्षित होता है ? सदा काल ही सबको मारता है और वही दुख से सबकी रक्षा करता है. ‘‘मै करता हूं, मैं कर्ता-संहर्ता हूं पालक हूं’’, जो ऐसी बात कहता है, वह काल से ही विनाश को प्राप्त होता है.

-गर्ग संहिता

समय ही पतन का कारण है.

-वेदव्यास

काल तो उपाय करने वाले से भी अधिक बलवान होता है.

-भास

हे सौम्य, जब तक घातक काल समीप नहीं आता, तब तक बुद्धि को शांति में लगाओ क्योंकि मृत्यु इस संसार मे सब अवस्थाओं में रहने वाले की सब प्रकार से हत्या करती है.

-अष्वघोष

काल नित्य ही लोगों का हरण कर रहा है, बुढ़ापे की प्रतीक्षा नहीं करता.

-अष्वघोष

Kaal Quotes in Hindi-  काल की आज्ञा अनुल्लंघनीय है.

-भारवि

निरन्तर परिवर्तित होता हुआ यह काल अनेक महापुरूषों को भी एक साथ अनादरपूर्वक गिरा देता है जैसे बड़े-बड़े पर्वतों की शेषनाग.

-वाणभट्ट

हाय ! कालरूप पाचक हर क्षण प्राणियों के शरीरों में अवस्था-परिवर्तन करता रहता है फिर भी उनकी समझ में कुछ नहीं आता.

-कल्हण

Kaal Quotes in Hindi-  यों ही व्यतीत होता काल शोक-तरंगो को शान्त कर देता है.

-अभिनन्द

समय का नियमित विभाग न करके किये जाने वाले कार्य अस्त—व्यस्त हो जाते हैं.

-राजशेखर

काल के वश होकर सब कुछ नष्ट हो जाता है, कौन रक्षा कर पाता है.

-बल्लाल कवि

वेग के साथ घूमती हुई, चक्र का भ्रम उत्पन्न करने वाली काल-गति देखी नहीं जाती. कल जो शिशु था, आज वही पूर्ण युवा है और कल प्रातः वही जरा जीर्ण शरीर वाला हो जाएगा.

-क्षमेन्द्र

कलि-कल्मश से युक्त काल को जीवने के दो उपाय हैं-निशधेश्वर नल की कथा अथवा विश्वपावनी काशी.

-नीलकंठ

वह सुन्दर नगरी, वह महान राजा, वह उसका सामंत चक्र, उसके समीप वह विद्वन्मण्डली, वे चन्द्रमुखी नारियां, उच्छृं खल राजपुत्रों का वह समूह, वे बन्दीगण, वे कथाएँ- यह सब जिसके वश होकर स्मृति मात्र शेष रह गया, उस काल को नमस्कार हैं.

-भर्तृहरि

वह राजा, वे मंत्री, वे स्त्रियाँ तथा वे कानन और वन, ये सब काल द्वारा दृष्टि-निक्षेप मात्र से नष्ट हो गए.

-विष्णु शर्मा

राम का वनवास, बलि का बन्धन, पाण्डवों का वनवास, वृष्णियों का विनाश, राजा नल का राज्य से निकलना, अर्जून जैसे वीर का नृत्यसंगीत, लंकेश्वर रावण का पतन, यह सब कालवश मनुष्य को सहन करन पड़ता है. कौन किसकी रक्षा करता है.

-अज्ञात

काल तलवार लेकर किसी का सिर नही काटता. काल का बल इतना ही है कि वह विपरीत अर्थ का दर्शन कराता है.

-अज्ञात

काल जगत्-भक्षक है.

-अज्ञात

काल अनुल्लंघनीय है.

-अज्ञात

Kaal Quotes in Hindi-  काल की गति कुटिल होती है.

-अज्ञात

अचिंत गुणों वाले गुणी जन भी कालवश लघुता को प्राप्त कर जाते हैं.

-हालसातवाहन

काल हम सबको अपने मुख में रखे है, और नचा रहा है. जीवन डोरी कच्चे सूत से भी कच्ची है, थोड़े दिन मे दुनिया से मिट जाना है तब कर्त्तव्य से क्यों भ्रष्टहों, क्यों काम, क्रोध में जीवन गँवा दें.

-महात्मा गांधी

पीठ पर अतीत और पेट में भविष्य, मेंरा नाम काल है.

-रामधारीसिंह ‘दिनकर’

राजमहल कितने सपनों का पल में नित्य ढहा रहता है.

-हरिवंशराय बच्चन

काल नही बीतता इस देह की आयु भर बीतती है.

-लक्ष्मीनारायण मिश्र

अपनी कीर्ति का मैं विश्वास नहीं करता. मैं जानता हूं कि कालसिन्धु अपनी प्रतिदिन की नियमित तरंगो की मार से उसे लुप्त कर देगा.

-रवीन्द्रनाथ ठाकुर

सुबह और शाम के आने और जाने छोटे को जबान और बूड़े को नष्ट कर दिया.

-सल्लता उल अबदी

काल ने अब मुझको रूलाया. परन्तु मुझको असंख्य बार काल ने मनभावी वस्तुओं के साथ हंसाया है.

-हित्तान बिन मुअल्ला

समय, जो रचियताओं का भी रचयिता है.

-फ्रांसिस बेकन

उसने कहा,‘‘समय क्या है ? वर्तमान को कुतों और बन्दरों के लिए छोड़ो मनुष्य के पास अनन्त काल है.’’

-राबर्ट ब्राउनिंग