क्षत्रिय पर सुविचार

क्षत्रिय से उत्कृष्ट कोई नहीं है. इसी से राजसूय यज्ञ में ब्राह्मण नीचे बैठकर क्षत्रिय की उपासना करता है. वह क्षत्रिय में ही अपने यश को स्थापित करता है.

-बृहदारण्य उपनिषद्

 क्षत्रिय युद्ध में मारा जाए तो वह शोक के योग्य नहीं है, यह निश्चित बात है.

-वाल्मीकि

Kshatriya Quotes in Hindi –  धर्म-युद्ध से बढ़कर अन्य कल्याणकारक कर्तव्य क्षत्रिय के लिए नहीं है.

-वेदव्यास

क्षत्रिय जमात नहीं, जाति है,देशभक्त शूरवीरों का समाज है.

-अज्ञात 

क्षत्रियों की सम्पत्ति उनके वाणों पर निर्भर है. जो क्षत्रिय अपने पुत्र के लिए धन जोड़ता है वह ठगा जाता है.

-भास

वीर क्षत्रिय को अपनी प्रतिज्ञा शिथिल करना ठीक नहीं है.

-भट्टनारायण

सभी लोग हिंसा का त्याग कर दे तो फिर क्षत्रिय धर्म रहता ही कहां है ? और यदि क्षत्रिय धर्म नष्ट हो जाता है तो जनता का कोई  नाता नहीं रहेगा.

-लोकमान्य तिलक

लड़ते हुए मर जाना जीत हे, धर्म है. लड़ने से भागना पराधीनता है, दीनता है. शुद्ध क्षत्रियत्व के बिना शुद्ध स्वाधीनता असम्भव है.

-महात्मा गांधी

जो ठाकुर घोड़ों को अपना घर, ढालों को छत और शलों को खभें बनाता है, वह भूमि का उपयोग करता है, उसे दूसरा कौन अपना सकता है ?

-सूरजमल

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