अजगर करै न चाकरी, पंछी करे न काम। दास मलूका कह गए, सबके दाता राम.

– लोकोक्ति

आलसी सोने वाले मनुष्य को द्ररिद्रता प्राप्त होती है तथा कार्य-कुशल मनुष्य निश्चय ही अभीष्ट फल पाकर ऐश्वर्य का उपयोग करता है.

-वेदव्यास

Laziness Quotes in Hindi-

अलसस्य कुतो विद्या, अविद्यस्य कुतो धनम् । अधनस्य कुतो मित्रं, अमित्रस्य कुतः सुखम् 

 
यदि जगत् में आलस्यरूपी अनर्थ न होता तो संसार में कोई धनी या विद्वान न होता ? आलस्य के कारण ही यह समुद्रपर्यन्त पृथ्वी निर्धन नरपशुओं से भरी हुई है.

-योगवासिष्ठ

Laziness Quotes in Hindi- आलस्य मनुष्यों के शरीर में रहने वाला घोर शत्रु है.

-भतृहरि

आलस्य में जीवन बिताना आत्महत्या के समान है.

– सुकरात

रहिमन आलस भजन में, विषय सुखहिं लपटाय घास चरै पसु स्वाद तै, गुरु गुलिलाएं खाय.

– रहीम के दोहे

आलस्य बड़ा भारी दुर्गुण है.किन्तु, आलसी हुए बिना कब सुख मिलता है?

-रामधारी सिंह “दिनकर”

Laziness Quotes in Hindi- आलस्य और निद्रा किसी भी योद्धा की सबसे बड़ी कमजोरी है.

– महाभारत

काल करे सो आज कर, आज करे सो अब । पल में प्रलय होएगी,बहुरि करेगा कब.

– कबीर वाणी

जो मनुष्य आलसी और प्रमत्त है, न उसकी प्रज्ञा बढ़ती है और न उसका ज्ञान ही बढ़ पाता है.

-सुत्तनिपात

Laziness Quotes in Hindi- आलस्य मृत्यु है.

-सरदार पूर्ण सिंह

यह बात असंभव नहीं कि किसी रोग की औषधि न मिले, परन्तु दरिद्रता के साथ यदि आलस्य भी हो जाय, तो ऐसे रोग के औषधि की सम्भावना ही नहीं है.

-इस्माइल इब्न अबीबकर

हमारी कठिनाई अज्ञानता न होकर जड़ता है.

-डेल कार्नेगी

Laziness Quotes in Hindi- यदि सभंव हो तो हम सभी आलसी होते.

-डा० जानसन

यदि आप आलसी है तो अकेले मत रहिए, यदि आप अकेले हैं तो आलसी मत बनिए.

-डा० जानसन

आलस्य जीवित मनुष्य की कब्र है.

-कूपर

आलस्य से बढ़कर अधिक घातक और अधिक समीपवर्ती शत्रु दूसरा नहीं.

– श्रीराम शर्मा आचार्य

आलस्य आपके लिये मृत्यु है और केवल उद्योग ही आपका जीवन है.

-स्वामी रामतीर्थ

Laziness Quotes in Hindi- आलस्य एक घोर पाप है.

– अज्ञात

आलस्य वह रोग है जिसका रोग कभी नहीं सँभलता.

– प्रेमचन्द

जो लोग आलस्य या प्रमोद में समय को नष्ट करते हैं, समय उन्हें नष्ट कर देता है.

– अज्ञात

Laziness Quotes in Hindi- आलस्य जीवित व्यक्ति की मृत्यु है.

-जेरिमी टेलर

मेहनत ऋण को चुकाता है और आलस्य उसको बढ़ाता है.

– विनोबा भावे