Quotes on Friendship In Hindi  – केवल सज्जनो में ही सच्ची मित्रता हो सकती है.

– सिसरो

ऐसे मनुष्य से मित्रता मत करो जो तुमसे श्रेष्ठे न हो.

– कन्फूशियस

Quotes on Friendship In Hindi  -पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त.

– फिल्म ओम शांति ओम शाहरुख़ खान

रहिमन धागा प्रेम का, मत तोरो चटकाय. टूटे पे फिर ना जुरे, जुरे गाँठ परी जाय.

-रहिम

Quotes on Friendship In Hindi  -इस संसार में मित्रता से अधिक मूलयवान अन्य कोई वस्तु नहीं है.

– सिसरो

मित्रता करने में शिघ्रता मत करो, परन्तु करो तो अनंत तक निभाओ.

– सुकरात

यदि आप खुद को अपना दोस्त बनाओगे तो आप कभी अकेले नही हो सकते.

– मैक्सवेल मल्टज़

एक सच्चा दोस्त कभी आपके रास्ते में नहीं आता जब तक कि आप गलत रास्ते पे ना जा रहे हों.

– अर्नोल्ड एच ग्लासो

Quotes on Friendship- जब दोस्त बनाके काम हो सकता है……. तो फिर दुश्मन क्यों बनाये?

– अजय देवगन फिल्म वन्स अपॉन अ टाइम्स इन मुम्बाई में

मनुष्य जो स्वय करे उसे भूल जाया पर जो दुसरो से ले उसे सर्वदा याद रखे. मित्रता की यही मूल जड़ है.

– डुमोज

बहुत लोगो से मित्रता मत करो. 

– पाइथोगोरस

एक सच्चा दोस्त आपको सामने लाता है.

– ऑस्कर वाइल्ड

Quotes on Friendship – सच्चे दोस्त सामने से छुरा भोंकते हैं.

– ओस्कर वाईल्ड

दुनिया में समझाने के लिये दोस्ती सबसे कठिन चीज है. ये वह नही है जिसे आप स्कूल में पढ़ते हो. लेकिन यदि आपने कभी दोस्ती का मतलब नही सीखा तो आपने ज़िन्दगी में कुछ भी नही सिखा.

– मुहम्मद अली

बहुत से लोग आपके जीवन में चले जाएंगे, लेकिन केवल सच्चे दोस्त ही आपके दिल में पैरों के निशान छोड़ देंगे

– एलेनोर रोसवैल्ट

दोस्त फ़ैल हो जाये तो दुख होता हैलकिन दोस्त फर्स्ट आजाये तो ज्यादा दुख होता है.

– फिल्म 3 इडियट्स में माधवन

जो दोस्त कमीने नहीं होते … वो कमीने दोस्त नहीं होते.

– फिल्म हीरोपंती में टाइगर श्रॉफ

दोस्ती का कोई मज़हब नहीं होता.

– तुषार कपूर ,शूटआउट  वडाला 

Quotes on Friendship -दोस्ती का एक ऊसुल है मैडम नो सॉरी नो थैंक्यू

– मने प्यार किया फिल्म में

किताब से अचछा कोई दोस्त नहीं होता है.

– अज्ञात

मित्र वो होता है जो आपको जाने और आपको उसी रूप में चाहे.

-अल्बर्ट

Friendship Quotes In Hindi  -मित्रता की भाषा शब्द नहीं अर्थ है.

-हेनरी डेविड थोरेओ

दोस्ती की गणना इस बात से नही की जाती की उन्होंने कितनी बार बातचीत की है. बल्कि इस बात से की जाती है की कितनी बातो को उन्हें एक-दूजे को बताने की जरुरत ही नही पड़ती.

– क्लिफ्टन फदिमान